शाजापुर। सात जन्मों तक बंधन निभाने का वादा कर विवाह रचाकर पति को लूटने वाली लुटेरी दुल्हन और उसके गिरोह को बेरछा पुलिस ने योजनाबद्ध तरीके से पकडऩे में सफलता हासिल करली है। वहीं गिरोह का मुख्य सरगना और उसका एक साथी अभी फरार है। पुलिस की इस कामयाबी पर पुलिस अधीक्षक शैलेंद्रसिंह चौहान ने रविवार को पत्रकारवार्ता आयोजित कर पूरी घटना का खुलासा किया। पुलिस अधीक्षक श्री चौहान ने बताया कि ग्राम सिहोदा निवासी महेश पिता जयराम बलाई ने गत 4 अगस्त को बेरछा थाने पर शिकायत दर्ज कराई थी कि गांव की पवनबाई और उसके पति भारतसिंह राजपूत ने उसके घर आकर कहा था कि उनके रिश्तेदार मेहरबानसिंह पिता भेरूसिंह निवासी हनोतिया की नजर में विवाह योग्य अच्छी लडक़ी है, जिस पर वह शादी के लिए राजी हो गया। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि आरोपी पवनबाई और उसके पति भारतसिंह राजपूत ने अपने घर पर लुटेरी दुल्हन पूजा डोडिया से फरियादी की विवाह के लिए मुलाकात कराई, जिस पर फरियादी महेश ने पूजा को पसंद कर लिया। इसके बाद योजना के मुताबिक लुटेरी दुल्हन पूजा पिता कैलाश राजपूत निवासी छोटा नागदा जिला धार हाल मुकाम इंदौर का विवाह 25 जुलाई 2017 को शाजापुर के राजराजेश्वरी मंदिर परिसर में नकली भाभी संध्या पति अजय राजपूत देवास नाका इंदौर, नकली भाई दिनेश पिता शंकरलाल राठौड़ खिरकिया हाल मुकाम इंदौर और बीचवान पवनबाई और उसके पति भारतसिंह की मौजूदगी में विवाह कराया गया।
बकायदा विधि-विधान से विवाह की सभी रस्में पूरी हुईं, इसके बाद लुटेरी पूजा फरियादी के घर आ गई जिसके एवज में आरोपी पवनबाई और भारतसिंह ने 70 हजार रुपए की राशि फरियादी महेश से ले ली। लेकिन शादी के चार दिन बाद ही लुटेरी दुल्हन पूजा किसी अज्ञात युवक के साथ बाइक पर बैठकर फरार हो गई।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि फरियादी की शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर विवेचना की गई जिसमें पता चला कि उक्त महिला और उसके साथी शादी का झांसा देकर लोगों के साथ ठगी की वारदात करते हैं। घटना के बाद सभी आरोपी फरार हो गए थे जिन्हे योजना बनाकर लुटेरी दुल्हन पूजा के साथ देवास से गिरफ्तार किया गया।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि फरियादी की शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर विवेचना की गई जिसमें पता चला कि उक्त महिला और उसके साथी शादी का झांसा देकर लोगों के साथ ठगी की वारदात करते हैं। घटना के बाद सभी आरोपी फरार हो गए थे जिन्हे योजना बनाकर लुटेरी दुल्हन पूजा के साथ देवास से गिरफ्तार किया गया।
ऐसे पकड़ाई लुटेरी दुल्हन और उसका गिरोह
पुलिस अधीक्षक श्री चौहान ने बताया कि फरियादी महेश की शिकायत के आधार पर आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए बेरछा एसडीओपी आरएस अंब, टीआई उदयसिंह अलावा, सउनि केदार पटेल, प्रआर महेश, आरक्षक विनोद, अनिल, महिला आरक्षक मंजू ठाकुर की विशेष टीम गठित की गई। इसके बाद योजनाबद्ध तरीक से सभी पुलिसकर्मी देवास के बिलावली मंदिर में एकत्रित हुए जहां पर पुलिस ने फर्जी टे्रप अरेंज किया, जिसमें पुलिसकर्मी को दूल्हा बनाया गया और महिला आरक्षक मंजू को दूल्हे की बहन बनाया गया। थाना प्रभारी उदयसिंह अलावा स्वयं दूल्हे के पिता बने और मुखबिर के जरिये आरोपियों को विवाह हेतु लडक़ी बताने की सूचना दी गई। सूचना मिलने पर आरोपी संध्या पति अजय राजपूत, दिनेश पिता शंकरलाल, लुटेरी दुल्हन पूजा मौके पर पहुंचे जिन्हे गिरफ्तार कर लिया गया। वहीं विवाह के बीचवान पवनबाई, भारतसिंह को भी गिरफ्तार किया गया है। जबकि गिरोह का मुख्य षणयंत्रकारी महेश पिता कन्हैयालाल चौधरी निवासी कैलोद और मेहरबानसिंह पिता भेरूसिंह निवासी हनोतिया फरार हैं जिनकी तलाश की जा रही है।
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