मंगलवार, 1 अगस्त 2017

विजन 2032 को दृष्टिगत रखते हुए विकेन्द्रीकृत जिला योजना बनाने हेतु प्रशिक्षण सम्पन्न



शाजापुर। विजन 2032 को दृष्टिगत रखते हुए विकेन्द्रीकृत जिला योजना बनाने हेतु सोमवार को जिले के विभिन्न विभागों के अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया गया। इस अवसर पर कलेक्टर श्रीमती अलका श्रीवास्तव एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती ज्योति ठाकुर सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद थे। मार्च 2017 में पंचवर्षीय योजना समाप्त होने के पश्चात जिले का 2020 तक का तीन वर्षीय एक्शन प्लान, 2024 तक का स्ट्रेटेजिक प्लान तथा 2032 तक का पर्सपेक्टिव प्लान तैयार करने के संबंध में अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया गया। प्लान बनाने के लिए सभी अधिकारियों को विभागीय गतिविधियों के लिए समुदाय से चर्चा करने के निर्देश दिए गए, जिससे समुदाय शासन की मंशा से अवगत हो सके और सामुदायिक सहभागिता के माध्यम से विकास कार्यों हेतु योजना तैयार करने तथा उनका क्रियान्वयन करने में अपनी भूमिका का निर्वहन कर सकें। बैठक में अवगत कराया गया कि विकेन्द्रीकृत जिला योजना स्थानीय परिस्थिति के अनुरूप, अंतर विभागीय कार्यक्रमों के बीच समन्वय संसाधनों का बेहतर आवंटन, समुदाय में सहभागिता एवं स्वामित्व की भावना, विकसित संरचनाओं का बेहतर संचालन एवं रख रखाव, समुदाय के अंतिम व्यक्ति तक पहुंच तथा पारदर्शिता के लिए तैयार की जाएगी। ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों के लिए अलग-अलग विकेन्द्रीकृत नियोजन व्यवस्था की जाएगी। इस प्रकार जिला योजना उप समितियां, अनुश्रवण एवं नियोजन दल तथा दो तरह के ग्राम पंचायत एवं वार्ड स्तरीय तकनीकी सहायता दलों का गठन किया जाएगा। प्रथम स्तरीय तकनीकी दल में जनअभियान परिषद द्वारा चयनित प्रस्फुटन समितियों के सदस्य, नवांकुर समितियों के सदस्य, योजना, आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग द्वारा चिन्हांकित सर्वेक्षण सहायक, पंजीकृत विद्यार्थी, आशा, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सहित ग्राम स्तरीय शासकीय सेवकों को शामिल किया गया है। इसी तरह द्वितीय ग्रामीण तकनीकी सहायता दलों में शिक्षक, जनशिक्षक, एएनएम, एमपीडब्ल्यू, कृषि विकास विस्तार अधिकारी, वनक्षेत्रपाल, उपयंत्री, बीट कांस्टेबल आदि को सम्मिलित किया जाएगा। शहरी क्षेत्र में भी प्रथम तकनीकी सहायता दल में जनअभियान परिषद के सदस्य, प्रस्फुटन समिति सहित वार्डवार अशासकीय सदस्यों, स्वयंसेवी संस्थाओं के एवं समाजसेवियों को शामिल किया जाएगा। बैठक में बताया कि शहरी तकनीकी सहायता दल द्वितीय में वार्डवार शासकीय सेवकों एवं सेवानिवृत्त कर्मचारियों को शामिल किया जाएगा। सभी दल मिलकर योजना तैयार करेंगे। दलों से योजना प्राप्त होने के बाद ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों के लिए अलग-अलग कार्य योजना तैयार की जाएगी। कलेक्टर ने सभी अधिकारियों को विकेन्द्रीकृत जिला योजना तैयार करने में अपनी भूमिका का निवर्हन करने के निर्देश दिए। इस मौके पर जिला योजना अधिकारी संतोष पटेल ने विकेन्द्रीकृत योजना की भूमिका के बारे में बताया तथा खण्डस्तरीय अन्वेषक रामनरेश गुप्ता ने प्रशिक्षण दिया।

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