शुक्रवार, 4 अगस्त 2017

बाल सरंक्षण के तहत कार्यशाला आयोजित, छात्राओं को बताए अधिकार



शाजापुर। महिला सशक्तिरण विभाग द्वारा शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पनवाड़ी में शुक्रवार को समेकित बाल संरक्षण योजनांतर्गत कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरूआत अतिथियों द्वारा मां सरसवती के समक्ष द्वीप प्रज्जवलन के साथ की गई। तत्पश्चात प्राचार्य प्रमोद कुमार के द्वारा कार्यशाला की रूपरेखा के उद्देश्य पर प्रकाश डाला गया। इसके बाद बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष शैलेन्द जैन ने एकीकृत बाल संरक्षण योजना के अंतर्गत संचालित 0-18 वर्ष तक के बालक बालिकाओं के लिए संचालित योजनाओं की जानकारी देते हुए बताया कि किस तरीके से यह योजना बालक-बालिकाओं को संरक्षित करती है। उन्होने बताया कि बालक-बालिकाओं पर होने वाले अत्याचार एवं शोषण से किस तरह बचा जाए। कार्यक्रम के दौरान विकासखण्ड महिला सशक्तिकरण अधिकारी ललित राठौर द्वारा लाडो अभियान, लाड़ली लक्ष्मी योजना, सुकन्या समृद्धि योजना, स्वागतम् लक्ष्मी योजना, फोस्टर केयर के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई और बालिकाओं को उनके अधिकारों के बारे में बताया। इस दौरान डॉ. सुनिल अडवानी ने कहा कि बाल विवाह एक सामाजिक कुप्रथा है जिसे समाज से मुक्त करना आवश्यक है। इस अवसर पर रक्षा बंधन के पूर्व विभाग द्वारा निर्देशित संकल्प पत्र पर चर्चा करते हुए रक्षा बंधन पर्व को व्यसन मुक्त करने के लिए संकल्प पत्र वितरित किए गए। कार्यक्रम के अंत में लाडो अभियान के तहत बाल विवाह न करने की शपथ दिलाई गई। इस मौके पर संजय मिश्रा, भानूप्रतापसिंह, अजय कुमार, संतोष स्र्वणकार, मनीषा तिवारी सहित छात्राएं उपस्थित थीं।

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