गुरुवार, 3 अगस्त 2017

फसल कटाई प्रयोग सावधानी के साथ करें-कलेक्टर श्रीमती श्रीवास्तव जिले के राजस्व अमले को दिया फसल कटाई प्रयोग का प्रशिक्षण






शाजापुर। फसल कटाई प्रयोग सावधानी के साथ करें। काम में किसी प्रकार की गलती न हो। राष्ट्र की खाद्य नीति फसल कटाई प्रयोग के परिणाम के आधार पर निर्धारित होती है। यह बातें कलेक्टर श्रीमती अलका श्रीवास्तव ने जिले के राजस्व अमले को दिए जा रहे फसल कटाई प्रयोग के प्रशिक्षण के दौरान कही। कलेक्टर ने सभी पटवारियों एवं राजस्व निरीक्षकों से कहा कि प्रशिक्षण ध्यान से लें। नए भर्ती पटवारी प्रशिक्षण गंभीरता के साथ लें। उन्होंने कहा कि लापरवाही से फसल कटाई प्रयोग होने से मंडी में आने वाली उपज एवं फसल कटाई प्रयोग के परिणामों में बहुत ज्यादा अंतर होता है। अत: फसल कटाई प्रयोग अत्यंत संवेदनशीलता के साथ करें, और सही परिणाम दर्ज करें। उन्होंने कहा कि तहसीलदार एवं अनुविभागीय अधिकारी फसल कटाई प्रयोग के दौरान यथा संभव उपस्थित रहें।
उन्होंने बताया कि वे स्वयं भी फसल कटाई प्रयोग का निरीक्षण करेंगी और लापरवाही करने वालों के विरूद्ध कार्रवाई भी होगी। इस अवसर पर ग्वालियर से आए पर्यवेक्षक बीएल जाटव ने फसल कटाई प्रयोग का प्रशिक्षण दिया। इस मौके पर आईसीआईसीआई लोम्बार्ड के अधिकारियों ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना तथा कृषि विभाग के अधिकारी ने खाद, बीज एवं दवाई वितरण की जानकारी दी। उल्लेखनीय है कि शाजापुर जिले में फसल कटाई प्रयोग दो तरह से होते हैं। प्रथम न्यायदर्श पद्धति (तहसीलवार) एवं द्वितीय प्रधानमंत्री फसल बीमा के लिए हल्का ईकाईवार फसल कटाई प्रयोग किए जाते हैं। न्यायदर्श पद्धति में खरीफ सीजन में उड़द एवं मक्का तथा रबी सीजन में मसूर का फसल कटाई प्रयोग किया जाता है। इसी तरह हल्केवार पद्धति में खरीफ सीजन में सोयाबीन तथा रबी सीजन में गेंहू एवं चने का फसल कटाई प्रयोग किया जाएगा। उपस्थित सभी राजस्व के अमले को मैदानी प्रशिक्षण भी दिया गया। इस दौरान डिप्टी कलेक्टर राजेश यादव, श्रीमती कलावती ब्यारे, तहसीलदार प्रकाश कस्बे, भू-अभिलेख अधीक्षक एचएस नामदेव, नायब तहसीलदार हर्षविक्रमसिंह, नारायण नांदेड़ा, राजेश वत्स, अजय अहिरवाल, रामस्वरूप जायसवाल, तोताराम बंसल, मनीष जैन, भागीरथ जायसवाल, एएसएलआर देवेन्द्रसिंह सहित राजस्व निरीक्षक, पटवारी एवं कृषि विभाग के अधिकारी मौजूद थे।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें