रविवार, 20 जुलाई 2025
डांसीपुरा कब्रिस्तान में मुस्लिम समाज की अनूठी मिसाल, बिना सरकारी मदद के क्षतिग्रस्त गेट निर्माण कार्य हुआ पूर्ण
शाजापुर। शहर के डांसीपुरा स्थित मुस्लिम समाज के सबसे बड़े कब्रिस्तान में समुदाय की एकजुटता और सेवा भावना का अद्वितीय उदाहरण सामने आया है। अज्ञात वाहन की टक्कर से क्षतिग्रस्त हुए गेट का निर्माण कार्य समाज के जिम्मेदारों, बुजुर्गोंं और नौजवानों की निगरानी में चार माह की अथक मेहनत से पूर्ण कर लिया गया।यह पूरा कार्य बिना किसी सरकारी सहायता के, आपसी सहयोग, भाईचारे और इस्लामी तहजीब के तहत संपन्न हुआ। रविवार को समाज के वरिष्ठजनों और जिम्मेदार व्यक्तियों द्वारा कब्रिस्तान में चल रहे विकास कार्यों का निरीक्षण किया गया। इस मौके पर सज्जाद अहमद कुरैशी और उनकी टीम की पांच वर्षों की सतत सेवाओं की सराहना की गई। कुरैशी ने अप्रैल 2021 से कब्रिस्तान सुधार अभियान की शुरुआत की थी, जिसके तहत तीन चरणों में कार्य किया गया। कब्रिस्तान निर्माण कार्य देखने पहंुचे समाज के वरिष्ठों को कुरैशी ने बताया कि पहले चरण में आवारा पशुओं से सुरक्षा के लिए कब्रिस्तान में चारों ओर फेंसिंग करवाई गई। इसी तरह दूसरे चरण में लगभग 1500 पौधे लगाए गए, जिनमें से 350 पौधे अब वृक्ष का रूप ले चुके हैं। तीसरे चरण में क्षतिग्रस्त गेट का निर्माण, आंतरिक पाइपलाइन से पानी की व्यवस्था, और सीमेंट-कांक्रीट से आंतरिक सड़कों का निर्माण किया गया। समाजसेवी सज्जाद कुरैशी ने कहा कि उक्त काम अल्लाह की राह में किया गया है, और कोशिश रहेगी कि आगे भी कब्रिस्तान को साफ-सुथरा, सुरक्षित और सम्मानजनक स्थान बनाए रखा जाए। कब्रिस्तान में निर्माण कार्य की देखरेख में अनवर शेख, साबिर बाबा की महत्वपूर्ण भूमिका है। इस मौके पर हाजी हकीम पटेल साहब, काजी मोहसिनुल्लाह, काजी एहसानुल्लाह, इमाम जामा मस्जिद काजी रहमतुल्लाह, हाजी शाहिद अंसारी, सरदार मूसा आजम खान, डॉ. नौशाद अहमद कुरैशी, जफर खान, सज्जू भाई, अबसार भाई एमपीबी, याकूब खान, पत्रकार अमजद खान, पत्रकार शफीक खान, पार्षद शोएब अहमद, अफसर पटेल, लाली, माजिद शाह, रोशन अली, डॉ. इकबाल गौरी,, गफ्फार भाई, शाकिर कादरी व शेख जम्मू भाई सहित बड़ी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग मौजूद रहे।
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें