शाजापुर। शासकीय स्कूल तक पहुंचना इन दिनों बच्चों के लिए किसी संघर्ष से कम नहीं। ये हालात किसी दूर-दराज गांव के नहीं, बल्कि कलेक्टर कार्यालय से सिर्फ 200 मीटर दूर ज्योति नगर बल्ड़ी पर मौजूद स्कूल के हैं। जहां कक्षा 1 से लेकर 12वीं तक की कक्षाएं संचालित होती हैं। शहर के प्रशासनिक केंद्र के हालात ही जब बदहाल हों तो दूरदराज के इलाकों की कल्पना करना मुश्किल नहीं। शाजापुर ज्योति नगर बल्ड़ी क्षेत्र में संचालित स्कूल पहंुचने वाले बच्चों को प्रतिदिन भारी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि बारिश के कारण कच्चा मार्ग दलदल का रूप ले चुका है जिससे गुजरकर स्कूल और स्कूल से घर तक पहंुचना बच्चों के लिए मुसीबत बन चुका है। प्रतिवर्ष स्कूल के मार्ग को पक्का करने की मांग उठती है, लेकिन जिम्मेदारों की उदासीन कार्यशैली के कारण अब तक मार्ग को कीचड़ मुक्त नही किया जा सका है। आलम यह है कि स्कूल की ओर जाने वाला मुख्य रास्ता गड्ढों, कीचड़ और ठहरे पानी से भरा पड़ा है। स्कूल पहंुचने वाले विद्यार्थियों का कहना है कि हर दिन कीचड़ से लथपथ रास्ते से होकर स्कूल पहुंचने को मजबूर हैं। रास्ते पर कीचड़ होने से पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है।
शिकायत के बाद भी हल नही हुई समस्या
चौंकाने वाली बात यह है कि यह स्थिति शहर के प्रशासनिक मुख्यालय के एकदम निकट होने के बावजूद वर्षों से जस की तस बनी हुई है। स्थानीय लोगों ने बताया कि हर साल हम यही दिक्कत झेलते हैं। अधिकारियों को कई बार सूचना दी, परंतु कार्रवाई सिर्फ कागजों में रह जाती है। शिक्षा तक सुगम पहुंच हर बच्चे का अधिकार है, किंतु जब एक स्कूल तक पहुंचना ही एक संघर्ष बन जाए, तो यह मौलिक सुविधाओं की विफलता का प्रमाण बनता है। प्रशासन को तुरंत कार्रवाई कर इस मार्ग को दुरुस्त करने की सख्त जरूरत है।
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