मंगलवार, 21 अक्टूबर 2025

खतरनाक जुगाड़ पटाखे बने हादसे का कारण, 14 वर्षीय बालक की आंख हुई घायलशाजापुर में कैल्शियम कार्बाइड से बना देसी पटाखा फटने से बालक गंभीर, डॉक्टरों ने दी चेतावनी


शाजापुर। दीपावली के त्योहार पर जुगाड़ के पटाखों का शौक इस बार एक परिवार के लिए दर्दनाक साबित हुआ। रविवार रात घर पर बनाए गए कैल्शियम कार्बाइड के पटाखे के फटने से 14 वर्षीय छात्र अजय गंभीर रूप से घायल हो गया। धमाका इतना तेज था कि डिब्बी के टुकड़े उसकी आंख में जा लगे, जिससे उसकी एक आंख की रोशनी चली गई। घायल बालक को जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है। सोमवार को जिला अस्पताल में नेत्र विशेषज्ञ डॉ. मनोज पंचोली ने बच्चे की जांच की। उन्होंने बताया कि बच्चे की आंख के आसपास सूजन है और पुतली पूरी तरह सफेद हो गई है। फिलहाल बच्चे को दिखाई नहीं दे रहा है, हालांकि रेटिना जांच के बाद ही यह तय होगा कि ऑपरेशन से दृष्टि लौट सकती है या नहीं।
कैसे हुआ हादसा
जानकारी के अनुसार, अजय ने कैल्शियम कार्बाइड और पानी मिलाकर एक डिब्बी में पटाखा तैयार किया था। रविवार रात जब उसने सड़क पर जाकर लाइटर से इसे सुलगाया, तो डिब्बी फट गई और उसके टुकड़े आंख में जा लगे। हादसे के बाद आसपास के लोगों ने उसे तुरंत जिला अस्पताल पहुंचाया।
बाजार में ‘देसी पटाखा बंदूक’ की मांग
इस वर्ष बाजार में पीवीसी पाइप से बनी देसी पटाखा बंदूकें धड़ल्ले से बिक रही हैं। इनमें कैल्शियम कार्बाइड से गैस बनाकर पटाखे जैसी आवाज पैदा की जाती है। सस्ती और आसान होने के कारण बच्चे व युवक इसका खूब उपयोग कर रहे हैं, लेकिन यह जानलेवा साबित हो रही है। नंगे हाथ से या बिना सुरक्षा के इनका प्रयोग आंखों और त्वचा के लिए अत्यंत हानिकारक है।
कैल्शियम कार्बाइड क्या है?
कैल्शियम कार्बाइड आमतौर पर फलों को जल्दी पकाने के लिए उपयोग किया जाता है, लेकिन यह अत्यंत विषैला रसायन है। नमी के संपर्क में आने पर यह एसीटिलीन गैस छोड़ता है, जो आंखों में जलन, लालिमा और खुजली पैदा करती है। इसमें मौजूद आर्सेनिक और फॉस्फोरस आंखों के ऊतकों को नुकसान पहुंचाकर कॉर्निया को स्थायी रूप से क्षतिग्रस्त कर सकते हैं।
परिवार की आर्थिक स्थिति भी दयनीय
घायल अजय अपने पिता लच्छू राम के साथ कुम्हारवाड़ा घाटी क्षेत्र में किराए के मकान में रहता है। पिता का पैर दो वर्ष पूर्व टूट चुका है और वे बिस्तर पर हैं, जबकि माँ मजदूरी करके घर का भरण-पोषण करती हैं।

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