शाजापुर। आसमान से काले बादलों का डेरा हटने के बाद से रात के तापमान में भारी गिरावट दर्ज की जारी है। वहीं मौसम विभाग अभी और भी सर्द रातें होने की चेतावनी दे रहा है। उल्लेखनीय है कि बीते कुछ दिनों तक आसमान पर काले बादलों की जमावड़ा बना हुआ था, जिसके कारण दिन के तापमान में गिरावट हुई थी, और रात का तापमान बढऩे लगा था, लेकिन आसमान पर बादलों का पहरा नही होने की वजह से रातें बेहद सर्द हो गईं हैं और सर्दी से बचने के लिए लोगों को जतन करने पड़ रहे हैं। ठंडी हवाओं के सितम का आलम यह रहा कि मंगलवार को न्यूनतम तापमान लुढक़ कर 6.8 डिग्री पर जा पहुंचा और अधिकतम तापमान 2 डिग्री की गिरावट के साथ 26.0 डिग्री दर्ज किया गया। साथ ही तेज सरसराती सर्द हवाओं के चलते भगवान को सर्दी से बचाने के लिए भक्तों ने उन्हे गर्म कपड़ों से श्रृंगारित किया। मौसम विशेषज्ञ सत्येंद्र धनोतिया ने बताया कि रात के तापमान में लगातार गिरावट बनी रहने की संभावना है, हालांकि दिन के समय भी लोगों को ठंड का ऐहसास होगा।
सोमवार को सीजन की सबसे ठंडी रात
लगातार बढ़ रहे ठंडी हवाओं के जोर की वजह से अब लोगों का बदन कंपकंपाने लगा है और रात बेहद बेचैनीभरी साबित होने लगी हैं। सर्द हवाओं की सितम का आलम यह है कि तापमान तेजी से लुढक़ रहा है। मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार ठंडी हवाओं के आठ किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से चलने की वजह से सोमवार की रात को 6.8 डिग्री तापमान रहने पर सीजन की सबसे सर्द रात के रूप में दर्ज किया गया है। वहीं सर्द हवाएं कुछ दिन ओर शहर को अपनी आगोश में समेटे हुए लोगों को बेचैन करने का काम करती रहेंगी।
प्रभु को पहनाए गर्म कपड़े
गौरतलब है कि सर्द हवाओं के थपेड़ों से बचने के लिए हर कोई जतन कर रहा है। यही कारण है कि सुबह और रात के समय चौराहों पर अलाव रोशन हो जाते हैं। वहीं घरों में भी लोग रजाई और कंबल में दुबक कर ठंड से निजात पाने के लिए जतन कर रहे हैं। ऐसे में सर्द हवाओं से भगवान को बचाने के लिए भी भक्तों ने जतन करने शुरू कर दिए हैं। भगवान के प्रति प्रेम के चलते भक्तों ने आस्था स्वरूप भगवान को गर्म कपड़े से श्रृंगारित करना शुरू कर दिया है।
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