शाजापुर। अपनी मांगों को लेकर हड़ताल करने वाले अतिथि शिक्षकों को प्रदेश सरकार द्वारा कार्य मुक्त कर दिया गया है जिसके चलते अब अतिथि शिक्षक न्यायालय की शरण में जाने का मन बना रहे हैं। गौरतलब है कि नियमितीकरण की मांग को लेकर अतिथि शिक्षकों ने हड़ताल शुरू की थी जिसके बाद गत 28 फरवरी को मध्यप्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश के समस्त अतिथि शिक्षकों की सेवा समाप्त कर दी गई थी। मुख्यमंत्री के इसी फैसले के खिलाफ शुक्रवार को स्थानीय राजराजेश्वरी माता मंदिर परिसर स्थित खेड़ापति हनुमान मंदिर में अतिथि शिक्षकों ने बैठक आयोजित की और निर्णय लिया कि सरकार के विरूद्ध न्यायालय में याचिका दायर की जाएगी। अतिथि शिक्षकों ने बताया कि उनकी सरकार से मांग है कि वह गुरूजी की तर्ज पर अतिथि शिक्षकों की विभागीय परीक्षा लेकर उन्हे नियमित करे। बैठक में मोहनलाल बामनिया, हरपालसिंह जाधव, ईश्वरसिंह कुंडला, कृष्णकांत पंड्या, विजय टेलर, रोहित हाड़ा, सुधीर गवली, जुनेद कुरैशी, घनश्याम चौहान, रामचंद्र चौहान सहित बड़ी संख्या में अतिथि शिक्षक उपस्थित थे।
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