शनिवार, 9 मार्च 2024
मानसिक रोग को छिपाने में नही, अस्पताल पहुंचकर इलाज कराने में है समझदारी- डॉ पाटीदार
शाजापुर। विटामिन की कमी जिस तरह से हमारे शरीर को कमजोर करती है, उसी प्रकार कम नींद लेना भी कई प्रकार की बीमारियों को आमंत्रित करती है। नींद पूरी नही होने पर व्यक्ति का स्वभाव चिड़चिड़ा हो जाता है और वह धीरे-धीरे तनाव में घीरकर रोगी बन जाता है। ऐसे में हमें नींद पूरी हो इस पर ध्यान देने के साथ ही दैनिक कामकाज को पूरा कर खान-पान और स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देना चाहिए। यह बात शनिवार को पुलिस लाइन में राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत आयोजित जागरूकता शिविर को संबोधित करते हुए मनो रोग विशेषज्ञ डॉ अरूण पाटीदार ने कही। शिविर में मौजूद पुलिसकर्मियों को संबोधित करते हुए डॉ पाटीदार ने कहा कि नींद की कमी आपके दिल पर भारी पड़ सकती है, जिससे अनियमित दिल की धडक़न, उच्च रक्तचाप, दिल का दौरा और हार्ट फेलियर जैसी हृदय संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। उन्होने मानसिक रोग को लेकर कहा कि मानसिक रोग आज के भागदौड़ भरे जीवन की एक कड़वी सच्चाई है। इस रोग की सबसे डराने वाली बात है, इससे इनकार करना या इसे लेकर जागरूकता की घोर कमी। उन्होने कहा कि लोग मानसिक बीमारी को शर्मिंदगी से जोडक़र देखते हैं, जिससे नुकसान हो जाता है। कई लोग मानसिक रोग के लक्षणों को भी नहीं जानते हैं जिससे कि इसकी पहचान करके इसका इलाज करा सकें, ऐसे में लोगों में मानसिक रोग के प्रति जागरूकता को लेकर ही शिविर आयोजित किए जा रहे हैं। डॉ पाटीदार ने मनोरोग को विस्तार से समझाते हुए कहा कि भूलना, सीमित सामाजिक मेलमिलाप और सोचने की कमजोर क्षमता मनोरोग के लक्षण हो सकते हैं, जिसकी जांच के लिए तुरंत ही जिला अस्पताल के मनकक्ष में आकर उपचार कराएं। उन्होने कहा कि मानसिक रोग की वजह से रोजमर्रा के कामकाज प्रभावित होते हैं। याददाश्त जाना, समय के साथ दिमाग का कम काम करना, ठीक से बोलने और समझने में परेशानी, बातें बनाना, भटकाव, शाम के समय भ्रम की स्थिति, सामान्य चीजे न पहचान पाना जैसे लक्षण दिखें तो शर्माएं नही, बल्कि डॉ से मिलकर सलाह लें। समय पर रोग की पहचान होने से उसका इलाज कराना आसान होता है। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी उपस्थित थे।
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