शाजापुर। नगर के दो शिवालयों से भोलेनाथ पालकी में अपने भक्तों के कांधे पर सवार होकर नगर भ्रमण पर शाही अंदाज में निकले। भादो के पहले सोमवार को नगर के दो शिव मंदिरों से रथ और पालकी में विराजे देवों के देव महादेव जब नगर भ्रमण पर भक्तों को दर्शन देने निकले तो सारा नगर शिवमय हो गया। ओंकारेश्वर और जयेश्वर महादेव की शाही सवारी का मार्ग में सभी जगह जमकर स्वागत हुआ। सुमधुर धुनों पर नाचते-थिरकते भक्तों की टोली के साथ-साथ जब नगर के दो अलग-अलग क्षेत्रों से सवारी निकली तो सारा शहर भोले की भक्ति में रमा नजर आया। लोग सडकों पर बाबा की झलक पाने को आतुर दिखाई दिए। शाही सवारी में आकर्षक झांकी के साथ दूर-दराज से आए बैंडों ने भी खूब सराहना बटोरी। नगर के सभी प्रमुख मार्गों से होती हुई देररात मंदिर पहुंची। प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी भादव मास के पहले सोमवार को भक्तों को दर्शन देने महादेव के दो स्वरूप शाही अंदाज में नगर के विभिन्न मार्गों से गुजरे। भोले के दो स्वरूपों के दर्शन के लिए गलियों से लेकर सड़कों तक पर भक्तों की भीड़ जमा हो गई थी। श्रीगणेश बैंड, देवास की पार्टी के द्वारा दी गई भक्तिमय धुनों के साथ ओंकारेश्वर महादेव मंदिर से शाही सवारी शुरू हुई जो वजीरपुरा, भावसार मोहल्ला, लालपुरा, महादेव घाट, मगरिया चौराहा से सोमवारिया बाजार, आजाद चौक, किला रोड़ होते हुए देररात पुनः मंदिर पहुंची, जहां बाबा की महाआरती कर प्रसादी का वितरण किया गया। इसी प्रकार बैन्ड की धुनों पर जयेश्वर मंदिर से निकलने वाली शाही सवारी कसेरा बाजार, आजाद चौक, नई सडक, बस स्टैंड, टेंशन चौराहा, मगरिया से सोमवारिया होते हुए देररात मंदिर पहुंची।
झांकियां रहीं आकर्षण का केंद्र
महादेव की दो स्वरूपों की शाही सवारी में जहां भक्त भोले के दर्शन कर मद मस्त हुए चले जा रहे थे तो वहीं नगर के लोगों के लिए सवारी में शामिल झांकियां आकर्षण का केंद्र बनी रहीं। जयेश्वर महादेव की सवारी में कृष्ण लीला को दर्शाती हुई झांकी, सती द्वारा राजा दक्ष की सभा में स्वयं को आहुति में डालना दिखाया गया। इसी प्रकार आंेकारेश्वर महादेव की सवारी में भगवान शिव की माता पार्वती द्वारा पूजन वाला दृश्य झांकी के माध्यम से बताया गया। सवारी में बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल रहे।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें