सोमवार, 11 अगस्त 2025

कम बारिश के कारण अब तक नही भराया चीलर बांध, इस साल सूखा रहने की संभावना

शाजापुर। कम बारिश के कारण इस वर्ष चीलर बांध का जल स्तर अब तक उम्मीद जितना नही बढ़ पाया है और मानसून की बेरूखी के चलते यह साल सूखा ही रहने की संभावना है। वहीं चितांजनक बात यह है कि चीलर बांध में अब तक शहर के लोगों की प्यास बुझाने जितना पानी भी जमा नही हो सका है। उल्लेखनीय है कि इस वर्ष काले बादलों से अभी तक इतना पानी नही बरसा है कि चीलर बांध का आंचल पूरी तरह से भरा जाए। इस वर्ष कम बारिश के कारण हालात बेहद अधिक भयावाह दिखाई दे रहे हैं, क्योंकि बारिश कम होने से जहां खरीफ फसलों पर संकट मंडरा रहा है और किसान बेहद चिंतित हैं तो चीलर बांध का पानी भी तलहटी में पड़ा हुआ है। जल संसाधन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि अल्पवर्षा के कारण चीलर बांध का जल स्तर करीब सवा 3 फीट है। यह पानी शहरवासियों का सालभर कंठ तर करने हेतु पर्याप्त नही है। शहर के लोगों को वर्षभर जल प्रदाय किए जाने हेतु करीब 6 फीट पानी की आवश्यकता पड़ती है, परंतु इस बार मानसून की बेरूखी जल संकट खड़ा कर सकती है।
कम बारिश ने मचाया त्राहिमाम
गौरतलब है कि इस वर्ष बारिश की खेंच ने चहुंओर त्राहिमाम मचा दिया है। बारिश नही होने से जहां फसल में नुकसान के अंदेशा होने से किसान बेचैन हैं तो वहीं इस सूखा की संभावना भी बढ़ गई है, क्योंकि पिछले वर्षों में अच्छी बारिश के बावजूद जिले को जल अभाव क्षेत्र घोषित करना पड़ा था, परंतु इस वर्ष तो पिछले वर्ष की अपेक्षा आधी भी बारिश नही हो सकी है जिससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि आने वाले दिनों में लोगों को भीषण जल संकट का सामना करना पड़ सकता है। किसानों का कहना है कि बारिश की खेंच ने फसल में नुकसान का अंदेशा बढ़ा दिया है, समय रहते बारिश नही होती है तो सोयाबीन उत्पादन पर इसका असर पड़ेगा। जबकि मौसम विशेषज्ञ सत्येंद्र धनोतिया ने बताया कि पूरे प्रदेश में फिलहाल मानसून के सक्रिय होने की कोई गुंजाईश नजर नही आ रही है और आगामी सितंबर तक मध्यप्रदेश से मानसून विदा हो जाएगा। याने यह साल अच्छी बारिश की उम्मीद को पूरा किए बिना ही बीत सकता है।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें