बुधवार, 20 अगस्त 2025

विवादों में उलझे बुजुर्ग की वृद्धाश्रम में मौत, बेटी ने पुलिस और चाचा पर लगाए गंभीर आरोप

शाजापुर। परिवारिक विवाद और जमीन के मामले में बुजुर्ग को जबरन इन्दौर से शाजापुर लाकर वृद्धाश्रम में रखा गया था, जहां मंगलवार सुबह उनकी मौत हो गई। इस घटना ने परिजनों में आक्रोश और विवाद को और गहरा दिया है। मृतक की बेटी ने प्रशासन को आवेदन देकर आरोप लगाया कि पिता को जबरन बीमार हालत में इन्दौर से लाया गया, जिससे उनकी जान चली गई। वहीं पुलिस और प्रशासन का कहना है कि बुजुर्ग को दोनों पक्षों की जिद के चलते अस्थायी रूप से वृद्धाश्रम भेजा गया था। जानकारी के अनुसार, मृतक शिवाजी राव लंबे समय से बीमार थे और बेटी अनीता पंवार के साथ इन्दौर स्थित निवास पर रह रहे थे। सोमवार को उनके भाई अशोक राव के बेटे आकाश राव ने एसडीएम शुजालपुर के यहां से सर्च वारंट जारी करवाकर पुलिस के साथ इन्दौर पहुंचकर बुजुर्ग को शाजापुर लेकर लाया। यहां परिजन और भाई पक्ष के बीच उन्हें अपने पास रखने को लेकर विवाद हुआ। विवाद बढ़ने पर एसडीएम शुजालपुर के निर्देश पर बुजुर्ग को शाजापुर स्थित लालघाटी वृद्धाश्रम में रखा गया। मंगलवार सुबह आश्रम में उनकी मौत हो गई। मृतक की बेटी अनीता पंवार का आरोप है कि पिता की तबीयत खराब होने के बावजूद पुलिस और चाचा के दबाव में उन्हें जबरन इन्दौर से शाजापुर लाया गया। उन्होंने बताया कि पिता की देखभाल उनकी तीनों बेटियां ही कर रही थीं। वहीं आरोप लगाया कि उनके चाचा ने 11 बीघा से अधिक जमीन पर कब्जा कर लिया है और इसी विवाद के चलते पिता को जबरन अपने पास रखना चाहते थे। इस मामले में अकोदिया थाना प्रभारी संजयसिंह ने बताया कि मृतक को सोमवार को इन्दौर से लाया गया था। चूंकि दोनों पक्ष उन्हें अपने पास रखने पर अड़े थे, इसलिए रात में एसडीएम शुजालपुर के निर्देश पर वृद्धाश्रम भेजा गया। थाना प्रभारी के अनुसार, जब वृद्धाश्रम भेजा गया तब बुजुर्ग स्वस्थ थे और उनके साथ तीनों बेटियां, दामाद और नातिन भी मौजूद थे। सुबह जिला अस्पताल में पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंपा गया। अनीता पंवार ने कलेक्टर से मामले की जांच की मांग की है।

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