रविवार, 21 सितंबर 2025

पढ़ने-लिखने की कोई उम्र नहीं होती, उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम अंतर्गत असाक्षरों की मूल्यांकन परीक्षा संपन्न



शाजापुर। “पढ़ने-लिखने की कोई उम्र नहीं होती” इसी संदेश के साथ उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम के तहत शनिवार को विकासखंड शाजापुर के विभिन्न विद्यालयों में पंजीकृत असाक्षरों की बुनियादी साक्षरता एवं संख्यात्मक ज्ञान मूल्यांकन परीक्षा संपन्न हुई। विकासखंड शाजापुर के कुल 10,903 पंजीकृत असाक्षरों में से 10,612 असाक्षरों ने सक्रिय रूप से परीक्षा में भाग लेकर उत्साह दिखाया। परीक्षा के सफल आयोजन और निरीक्षण हेतु डीपीसी अनुराग पाण्डेय, बीआरसीसी योगेश भावसार, जिला साक्षरता समन्वयक जगदीश भावसार, विकासखंड साक्षरता समन्वयक लोकेश राठौर, तथा जनशिक्षक शिवनारायण कराड़ा, गोपाल कुंभकार, मानसिंह लोधी विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर उपस्थित रहे। अवलोकन के दौरान मा.वि. महूपुरा में असाक्षरों में विशेष उत्साह देखने को मिला। इस दौरान डीपीसी पाण्डेय ने असाक्षरों का अभिनंदन करते हुए संस्था प्रभारी संजय कुमार सोनी के परीक्षा के व्यापक प्रचार-प्रसार और प्रयासों की सराहना की। इसके अलावा उमा.वि. झोंकर, मा.वि. संजय वार्ड मक्सी और प्रा.वि. उपड़ा परीक्षा केंद्रों पर उपस्थित होकर अधिकारियों ने असाक्षरों का अभिनंदन कर उनका मनोबल बढ़ाया। यह आयोजन न केवल शिक्षा के महत्व को उजागर करता है बल्कि यह संदेश भी देता है कि सीखने की लगन और उत्साह के आगे उम्र कोई बाधा नहीं है।

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