शाजापुर। प्रदेश के उच्च शिक्षा, तकनीकी शिक्षा एवं आयुष मंत्री इन्दर सिंह परमार की अध्यक्षता में रविवार को शुजालपुर में सम्पन्न हुई बैठक में अपर मुख्य सचिव जलसंसाधन डॉ राजेश राजोरा सहित एनवीडीए एवं जलनिगम के अधिकारियों के साथ नगर पालिका शुजालपुर को इंदिरा सागर परियोजना कालीसिंध फेस-2 से जल उपलब्ध कराने पर विस्तार से चर्चा हुई। बैठक में मंत्री परमार ने कहा कि योजना के क्रियान्वयन में तेजी लाएं ताकि ग्रीष्मकाल में नागरिकों को जलसंकट का सामना नहीं करना पड़े। मंत्री परमार ने बताया कि कालीसिंध फेस टू से शुजालपुर क्षेत्र के प्रत्येक ग्राम को पेयजल एवं सिंचाई के लिए पानी मिलेगा। इससे क्षेत्र में पेयजल संकट से मुक्ति तो मिलेगी ही और किसानों को खेती के लिए पर्याप्त पानी मिलने से क्षेत्र की उत्पादकता में भी वृद्धि होगी। बैठक में नगर पालिका शुजालपुर की अमृत 2.0 योजना अन्तर्गत नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण इंदिरा सागर परियोजना कालीसिंध फेस-2 से शुजालपुर नगर की जलापूर्ति के लिए बामनघाट इंटकवेल पर 900 एमएम डायमीटर की पाइपलाइन से बामनघाट इंटकवेल को पानी उपलब्ध कराने पर चर्चा हुई। टेपिंग पाईंट के माध्यम से बामनघाट पर पेयजल आपूर्ति की विस्तृत जानकारी कार्यपालन यंत्री नर्मदा विकास संभाग कालीसिंध फेस-2 सी.वी टटवाल के द्वारा दी गई। टटवाल ने बताया कि ग्रीष्मकाल में बामनघाट डेम पर पानी की उपलब्धता कम होने पर टेपिंग पाईंट के माध्यम से जल की आपूर्ति सुचारू रूप से की जाएगी, जिससे कि नगरीय क्षेत्र में जल संकट की स्थिति से मुक्ति मिलेगी। इस अवसर पर जलसंसाधन विभाग के प्रमुख अभियंता विनोद कुमार देवड़ा, एन.वी डी.ए. से डी.एल बलवानी मुख्य अभियंता उज्जैन जलसंसाधन विभाग, पी.सी भारे, मुख्य अभियंता जलसंसाधन विभाग इन्दौर एस.एस. राउत, जलजीवन मिशन के जनरल मैनेजर रघुवंशी, अपर कलेक्टर शाजापुर भुरला सोलंकी, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व शुजालपुर राजकुमार हलधर, विजय सिंह बेस, देवेन्द्र तिवारी, मुख्य नगर पालिका अधिकारी शुजालपुर ओमप्रकाश शर्मा भी उपस्थित थे।
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